tag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post4990072012824333933..comments2024-02-17T14:50:04.999+05:30Comments on तिरछी नज़र : जोश मलिहाबादी गोपेश मोहन जैसवालhttp://www.blogger.com/profile/02834185614715316752noreply@blogger.comBlogger20125tag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-74375312995409851002018-02-13T10:27:51.675+05:302018-02-13T10:27:51.675+05:30धन्यवाद ज्योति जी. मैं अपने मित्र से बिछड़ने के बहु...धन्यवाद ज्योति जी. मैं अपने मित्र से बिछड़ने के बहुत दिनों बाद यह संस्मरण लिखने का साहस जुटा पाया हूँ. गोपेश मोहन जैसवालhttps://www.blogger.com/profile/02834185614715316752noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-70252092543818492942018-02-13T00:19:33.102+05:302018-02-13T00:19:33.102+05:30बहुत ही प्रभावी बहुत ही प्रभावी Jyoti kharehttps://www.blogger.com/profile/02842512464516567466noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-79745450707128107332018-02-12T19:51:49.504+05:302018-02-12T19:51:49.504+05:30प्रशंसा के लिए धन्यवाद मीनाजी. कुछ नमूने ऐसे होते ...प्रशंसा के लिए धन्यवाद मीनाजी. कुछ नमूने ऐसे होते हैं जिनकी कि हर हरक़त एक चुटकुला, एक लतीफ़ा बन जाती है. आपने इतिहास-पुरुष, ऐतिहासिक-नारी के बारे में सुना होगा. मैंने एक ऐतिहासिक चुटकुला-पुरुष को इस संस्मरण में याद किया है. गोपेश मोहन जैसवालhttps://www.blogger.com/profile/02834185614715316752noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-29603360072589039962018-02-12T15:26:04.647+05:302018-02-12T15:26:04.647+05:30यादें सभी से जुड़ी होती हैं मगर शब्दों में बांध कर...यादें सभी से जुड़ी होती हैं मगर शब्दों में बांध कर प्रस्तुत करने की कला में प्रवीण होना अलग बात है .बहुत सुन्दर संस्मरण <br />Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-72362371676374742432018-02-12T14:18:29.448+05:302018-02-12T14:18:29.448+05:30प्रशंसा के लिए धन्यवाद शुभा जी. प्रशंसा के लिए धन्यवाद शुभा जी. गोपेश मोहन जैसवालhttps://www.blogger.com/profile/02834185614715316752noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-53623331663215573872018-02-12T14:17:19.164+05:302018-02-12T14:17:19.164+05:30सतीश सक्सेना जी, आमों में जोश था या नहीं था पर यह ...सतीश सक्सेना जी, आमों में जोश था या नहीं था पर यह तय है कि मेरे मित्र को होश नहीं था. आम की पेटी लाकर अगर उनके सर पर पटक देता तो शायद आमों को जोश आ जाता और मेरे मित्र को होश! गोपेश मोहन जैसवालhttps://www.blogger.com/profile/02834185614715316752noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-45243133843041434382018-02-12T14:12:31.025+05:302018-02-12T14:12:31.025+05:30धन्यवाद बेरोज़गार लेखक महोदय. आपके माध्यम से आपके अ...धन्यवाद बेरोज़गार लेखक महोदय. आपके माध्यम से आपके अन्य मित्रों तक भी मेरी बात पहुंचेगी. गोपेश मोहन जैसवालhttps://www.blogger.com/profile/02834185614715316752noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-44545397663544232802018-02-12T12:52:52.381+05:302018-02-12T12:52:52.381+05:30वाह!!सुंदर संस्मरण ..।वाह!!सुंदर संस्मरण ..।शुभा https://www.blogger.com/profile/09383843607690342317noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-62441054342770607772018-02-12T10:35:47.980+05:302018-02-12T10:35:47.980+05:30फिर लाये या नहीं जोश मलीहाबादी ? वैसे मैं एक पेटी ...फिर लाये या नहीं जोश मलीहाबादी ? वैसे मैं एक पेटी अवश्य लाकर देता और कहता यह मलीहाबादी तो हैं मगर इनमें जोश नहीं है ! पता नहीं गुज़रे जमाना हो गया उसे !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-62767327185258229632018-02-12T09:54:51.920+05:302018-02-12T09:54:51.920+05:30https://yoursharepost.blogspot.in/2018/02/blog-pos...https://yoursharepost.blogspot.in/2018/02/blog-post_11.htmlAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-79886692588940214042018-02-12T09:54:33.308+05:302018-02-12T09:54:33.308+05:30बहुत खूब बहुत खूब Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-90190938058447557512018-02-12T07:32:29.559+05:302018-02-12T07:32:29.559+05:30प्रशंसा के लिए धन्यवाद मीना जी. अवकाश-प्राप्ति के ...प्रशंसा के लिए धन्यवाद मीना जी. अवकाश-प्राप्ति के बाद तो मुझे फ़ुर्सत ही फ़ुर्सत रहती है पर ये चटपटी पुरानी यादें मुझे खाली बैठने ही नहीं देतीं. बस, कम्प्यूटर के की बोर्ड पर उँगलियाँ थिरकने लगती हैं. गोपेश मोहन जैसवालhttps://www.blogger.com/profile/02834185614715316752noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-28839793443917493362018-02-12T07:28:44.685+05:302018-02-12T07:28:44.685+05:30ध्रुव सिंह जी, 'लोकतंत्र संवाद मंच' में मे...ध्रुव सिंह जी, 'लोकतंत्र संवाद मंच' में मेरी रचना सम्मिलित करने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद. मैं इस साहित्यिक मंच से हमेशा जुड़ा रहूँगा. गोपेश मोहन जैसवालhttps://www.blogger.com/profile/02834185614715316752noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-38397838148868046552018-02-12T07:25:28.115+05:302018-02-12T07:25:28.115+05:30धन्यवाद श्वेता सिन्हा जी. आप जैसे नई पीढ़ी के लोगों...धन्यवाद श्वेता सिन्हा जी. आप जैसे नई पीढ़ी के लोगों को भी हम जैसे पुराने चावलों का ख़याली पुलाव पसंद आए तो बहुत खुशी मिलती है. गोपेश मोहन जैसवालhttps://www.blogger.com/profile/02834185614715316752noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-76628774042781059262018-02-12T07:22:00.097+05:302018-02-12T07:22:00.097+05:30धन्यवाद शिवम् मिश्र जी. ब्लॉग बुलेटिन के माध्यम से...धन्यवाद शिवम् मिश्र जी. ब्लॉग बुलेटिन के माध्यम से मेरी रचनाएँ अधिक से अधिक सुधी पाठकों तक पहुंचे, मेरे लिए इस से अधिक प्रसन्नता की बात और क्या हो सकती है? गोपेश मोहन जैसवालhttps://www.blogger.com/profile/02834185614715316752noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-86620544937793157722018-02-12T00:03:36.280+05:302018-02-12T00:03:36.280+05:30वाह !मजेदार संस्मरणवाह !मजेदार संस्मरणMeena sharmahttps://www.blogger.com/profile/17396639959790801461noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-20432196480861557272018-02-11T23:48:49.326+05:302018-02-11T23:48:49.326+05:30आदरणीय / आदरणीया आपके द्वारा 'सृजित' रचना ... आदरणीय / आदरणीया आपके द्वारा 'सृजित' रचना ''लोकतंत्र'' संवाद मंच पर 'सोमवार' १२ फरवरी २०१८ को साप्ताहिक 'सोमवारीय' अंक में लिंक की गई है। आप सादर आमंत्रित हैं। धन्यवाद "एकलव्य" https://loktantrasanvad.blogspot.in/<br /><br /> टीपें : अब "लोकतंत्र" संवाद मंच प्रत्येक 'सोमवार, सप्ताहभर की श्रेष्ठ रचनाओं के साथ आप सभी के समक्ष उपस्थित होगा। रचनाओं के लिंक्स सप्ताहभर मुख्य पृष्ठ पर वाचन हेतु उपलब्ध रहेंगे।<br /><br />'एकलव्य'https://www.blogger.com/profile/13124378139418306081noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-22101607729499144972018-02-11T22:57:48.979+05:302018-02-11T22:57:48.979+05:30बहुत अच्छा संस्मरण है सर...:)बहुत अच्छा संस्मरण है सर...:)Sweta sinhahttps://www.blogger.com/profile/09732048097450477108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-65360929427540275992018-02-11T22:04:30.887+05:302018-02-11T22:04:30.887+05:30ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, भूखा बुद्धिजीवी औ...ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, <a href="http://bulletinofblog.blogspot.in/2018/02/blog-post_11.html" rel="nofollow"> भूखा बुद्धिजीवी और बेइमान नेता “ </a> , मे आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-40902252318868249412018-02-11T08:55:45.996+05:302018-02-11T08:55:45.996+05:30:) बढ़िया।:) बढ़िया।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.com