tag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post9026139883571179386..comments2024-02-17T14:50:04.999+05:30Comments on तिरछी नज़र : लोग कहें मीरा भई बावरी गोपेश मोहन जैसवालhttp://www.blogger.com/profile/02834185614715316752noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-17272069444987297952020-06-02T12:10:22.963+05:302020-06-02T12:10:22.963+05:30चिंतनशील लेख।
मीरा बाई जीते जी किंवदंती थी, एक वि...चिंतनशील लेख।<br />मीरा बाई जीते जी किंवदंती थी, एक विख्यात राजकुल की पुत्रवधू थी, उस समय में एक राज रानी जीवन में बहुत सी मर्यादा और आदर्शों को वहन करके अपना जीवन बिताती थी, क्योंकि एक सामान्य नारी और राजरानी में जमीन आसमान का फर्क होता था एक राजरानी के हर कृत्य का प्रभाव पूरे जनमानस पर अपना प्रभाव छोड़ता था । पर मीरा बाई ने उस कठिन समय में हर मर्यादा को बिना खौफ तोड़ा और एक निश्छल धारा की तरह बहती गयी हर रुकावट और हर पत्थर का सामना करते हुए।<br />अपना अभिष्ठ ,अपना दृढ़ संकल्प।<br />आपके सुंदर सरस और धारा प्रवाह लेख पर मैं निशब्द हूं।<br />अप्रतिम अभिनव।।मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-39916723606669421682020-05-31T07:31:07.148+05:302020-05-31T07:31:07.148+05:30मीरा नारी-स्वातंत्र्य की उद्घोषिका है और भक्तजन के...मीरा नारी-स्वातंत्र्य की उद्घोषिका है और भक्तजन के लिए आडम्बर रहित उन्मुक्त प्रेम एवं निश्छल भक्ति का पाठ पढ़ाने वाली अभूतपूर्व शिक्षिका है....<br />आजतक मीराबाई सिर्फ कृष्ण की आराध्या के रूप मे ही जानी गई परन्तु सही कहा आपने कि मीरा नारी-स्वातंत्र्य की उद्घोषिका हैं जिन्होंने अपने ससुराल के सारे बंधनों से मुक्त उन्मुक्त होकर अपने कृष्णप्रेम को मनमुताबिक जीते हुए स्वछन्द जीवन जिया।....प्रस्तुत लेख में राबिया जी से मीरा की तुलना करते हुए उनका संक्षिप्त विवरण लेख को और भी आकर्षक और जीवन्त बना है....<br />बहुत ही शानदार अद्भुत सराहनीय एवं संग्रहणीय लेख । कोटिश नमन🙏🙏🙏🙏<br /><br />Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-81351275397487709022020-05-31T07:20:27.835+05:302020-05-31T07:20:27.835+05:30सर सादर प्रणाम।
इतना सुंदर और ज्ञानवर्धक लेख पढ़कर ...सर सादर प्रणाम।<br />इतना सुंदर और ज्ञानवर्धक लेख पढ़कर मन तृप्त हुआ।<br />आपके लिखने की शैली पाठकों को बाँध लेती है।<br />सहज सरल शब्दों में रोचक प्रवाह निर्बाध बहने को विवश हो जाये पाठक।<br />मीरा के आध्यात्मिक ज्ञान और निर्मल प्रेम की रसधार में भीगना अलौकिक अनुभूति है।<br />सादर।Sweta sinhahttps://www.blogger.com/profile/09732048097450477108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-33842578824782802692020-05-30T22:31:27.127+05:302020-05-30T22:31:27.127+05:30'मेरे तो गिरिधर गोपाल, दूजो कोई नहीं'....म...'मेरे तो गिरिधर गोपाल, दूजो कोई नहीं'....मीरा ने पुरुष के दम्भ को न केवल तार तार किया बल्कि अपने कान्हा से अपने अटूट बंधन की ओट में नारी बंधक समस्त मर्यादाओं के बंधन भी खोल दिये। भक्त नारियों में इसीलिए कृष्ण राम से ज्यादा ग्राह्य हैं और मीरा उस कृष्णता की प्रकांड अध्येता और प्रखर प्रचारक! बहुत शिक्षाप्रद लेख। आभार।विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-81979210358820850082020-05-30T21:53:00.676+05:302020-05-30T21:53:00.676+05:30वाह!
आदरणीय सर आपके इस आलेख को पहले तो मेरा कोटिशः...वाह!<br />आदरणीय सर आपके इस आलेख को पहले तो मेरा कोटिशः वंदन। मीराबाई के व्यक्तित्व के कितने ही रंगों को आपने शब्द दे दिया। कृष्ण भक्त मीरा,करुणामय मीरा, ऊँच-नीच के भेद से परे मीरा,आडंबरों से परे मीरा,क्रांतिकारी मीरा,राबिया सी मीरा.....।<br />सूफ़ी संत राबिया जी से आपके आलेख के माध्यम से यह मेरा प्रथम परिचय है जिस हेतु आपका आभार। राबिया जी के विषय में और जानने की उत्सुकता हो रही है।<br />" आने वाली पीढ़ियों के लिए, विशेषकर कन्यायों तथा स्त्रियों के लिए, मीरा नारी-स्वातंत्र्य की उद्घोषिका है और भक्तजन के लिए आडम्बर रहित उन्मुक्त प्रेम एवं निश्छल भक्ति का पाठ पढ़ाने वाली अभूतपूर्व शिक्षिका है."<br />उचित कहा आपने आदरणीय सर मीराबाई वर्तमान और भविष्य में आने वाली हर पीढ़ि के लिए एक प्रेरणा हैं। भक्ति की राह पर बढ़ने वालों को मीराबाई के जीवन चरित्र को एक बार अवश्य पढ़ना चाहिए। मीराबाई न केवल भक्ति अपितु ज्ञान की भी वो निर्मल धारा हैं जो हर पथरीले और संघर्षपूर्ण रास्ते से बहती हुई सीधे सागर से भी विशाल अपने श्याम में जा मिलीं। उनकी निश्छलता,उनकी सरलता में ही वो परमज्ञान छिपा था जिसके बल पर वो अपने क्रांति पथ पर बढ़ती हुई उस आनंद से जा मिलीं जिनसे मिलने को लोग वर्षों तप की अग्नि में तपते हैं और फिर भी न मिल पाते हैं।<br />अब और क्या कहूँ आपके इस आलेख की शान में या मीराबाई के मान में?<br />जितना कहूँगी कम पड़ेगा। बस मेरा सादर प्रणाम स्वीकार करिए आदरणीय सर 🙏Anchal Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/13153099337060859598noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-6147892559353658062020-05-30T21:04:14.058+05:302020-05-30T21:04:14.058+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.Anchal Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/13153099337060859598noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-65937622125030545932015-10-28T22:15:37.425+05:302015-10-28T22:15:37.425+05:30मीरा को केवल गिरधर गोपाल की अनन्य भक्त के रूप में ...मीरा को केवल गिरधर गोपाल की अनन्य भक्त के रूप में देखना, उनके बहु-आयामीय व्यक्तित्व के केवल एक पक्ष को देखने तक सीमित करना है. प्रतिकूल परिस्थितियों में प्रबल विरोध के बावजूद उन्होंने अपने लक्ष्य को तो प्राप्त किया ही, साथ ही साथ उन्होंने अनगिनत दियों को तूफ़ान से लड़ने की प्रेरणा भी दी. गोपेश मोहन जैसवालhttps://www.blogger.com/profile/02834185614715316752noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-54197945487634395312015-10-28T20:06:57.250+05:302015-10-28T20:06:57.250+05:30Nari utthan ki Jeevant prateek, exam sahee.Nari utthan ki Jeevant prateek, exam sahee.Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-91052269075087376062015-10-28T20:05:31.871+05:302015-10-28T20:05:31.871+05:30Meera nari utthan ki Jeevan Prater hai.Meera nari utthan ki Jeevan Prater hai.Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-78447591782279061122015-10-28T20:05:02.248+05:302015-10-28T20:05:02.248+05:30Meera nari utthan ki Jeevan Prater hai.Meera nari utthan ki Jeevan Prater hai.Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-646663265741102262015-10-28T13:58:53.363+05:302015-10-28T13:58:53.363+05:30मीरा का व्यक्तित्व और कृतित्व हम सबके दिल के बहुत ...मीरा का व्यक्तित्व और कृतित्व हम सबके दिल के बहुत करीब है. मन-दर्पण का मैल हटाकर हम उसमें उनकी और उनके कान्हा की छवि कभी भी देख सकते हैं. गोपेश मोहन जैसवालhttps://www.blogger.com/profile/02834185614715316752noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-17088516901737999592015-10-28T13:54:16.696+05:302015-10-28T13:54:16.696+05:30शुक्रिया जनाब जमशेद आज़मी. राबिया, मीरा और हव्वा खा...शुक्रिया जनाब जमशेद आज़मी. राबिया, मीरा और हव्वा खातून नहीं होतीं तो हम आज इंसानियत से जितने दूर हो गए हैं, तब उससे भी कहीं ज्यादा दूर हो जाते. गोपेश मोहन जैसवालhttps://www.blogger.com/profile/02834185614715316752noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-15450384535669867422015-10-28T11:54:32.279+05:302015-10-28T11:54:32.279+05:30बहुत ही शिक्षाप्रद आलेख की प्रस्तुति।बहुत ही शिक्षाप्रद आलेख की प्रस्तुति।जमशेद आज़मीhttps://www.blogger.com/profile/11287629940299269280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-14819738879615380092015-10-27T22:34:59.906+05:302015-10-27T22:34:59.906+05:30बहुत कुछ है हमारे आस पास और हमेशा से रहा भी है । ह...बहुत कुछ है हमारे आस पास और हमेशा से रहा भी है । हमारी आँखें कहाँ को मुड़ जाती हैं क्या देखने और क्या समझने के लिये यही समय हमे समझता चला जाता है । आप ने जिस तरह से मीरा को दिखाया और समझाया है वो एक बहुत सुंदर व उम्दा तरीका है और सब के बस का भी नहीं है । इसी तरह लिखते रहें अबाध :) सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.com