tag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post7846598176212831957..comments2024-02-17T14:50:04.999+05:30Comments on तिरछी नज़र : बाग़ी शहज़ादा सलीम और मुगले-आज़म गोपेश मोहन जैसवालhttp://www.blogger.com/profile/02834185614715316752noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-7679504446625987812021-07-15T08:41:27.367+05:302021-07-15T08:41:27.367+05:30धन्यवाद मीना जी. आपकी तारीफ़ मेरे लिए बहुत मायने रख...धन्यवाद मीना जी. आपकी तारीफ़ मेरे लिए बहुत मायने रखती है. गोपेश मोहन जैसवालhttps://www.blogger.com/profile/02834185614715316752noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-72702808260969829812021-07-13T21:09:58.702+05:302021-07-13T21:09:58.702+05:30बहुत मजा आया इसे पढ़कर, फेसबुक पर ही पढ़ लिया था।बहुत मजा आया इसे पढ़कर, फेसबुक पर ही पढ़ लिया था।Meena sharmahttps://www.blogger.com/profile/17396639959790801461noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-35746224519898385542021-07-10T12:20:50.027+05:302021-07-10T12:20:50.027+05:30प्रशंसा के लिए धन्यवाद शुभा जी.
दूसरों की ही नहीं...प्रशंसा के लिए धन्यवाद शुभा जी. <br />दूसरों की ही नहीं, बल्कि अपनी टांग खींचने में भी मुझे मज़ा आता है. गोपेश मोहन जैसवालhttps://www.blogger.com/profile/02834185614715316752noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-6144227760755617632021-07-10T10:14:06.220+05:302021-07-10T10:14:06.220+05:30वाह!लाजवाब संस्मरण आदरणीय । सुंदर भाषा -शैली से रो...वाह!लाजवाब संस्मरण आदरणीय । सुंदर भाषा -शैली से रोचकता अंत तक बनी रही ।शुभा https://www.blogger.com/profile/09383843607690342317noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-28273908829915239612021-07-10T06:03:10.956+05:302021-07-10T06:03:10.956+05:30जिज्ञासा, मरहूम दिलीपकुमार ने मेरे बचपन से लेकर मे...जिज्ञासा, मरहूम दिलीपकुमार ने मेरे बचपन से लेकर मेरी जवानी तक का बहुत वक़्त और बहुत पैसा बर्बाद करवाया है. उन्होंने मेरी बहुत सारी पढ़ाई भी बर्बाद करवाई है. आज इन बातों पर हंसी आती है.<br />गोपेश मोहन जैसवालhttps://www.blogger.com/profile/02834185614715316752noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-1899539222892811702021-07-10T06:00:46.197+05:302021-07-10T06:00:46.197+05:30हौसलाअफ़ज़ाई के लिए शुक्रिया रेणुबाला जी. हमारे घर क...हौसलाअफ़ज़ाई के लिए शुक्रिया रेणुबाला जी. हमारे घर की महारानी जोधाबाई ज़िल्लेइलाही से काफ़ी स्वतंत्र विचारों वाली थीं लेकिन उस बार उन्होंने पाला बदल लिया था. और यहाँ यह आपको याद दिला दूं कि बाग़ी शहज़ादे ने ज़िल्ले इलाही से माफ़ी मांगते हुए सिर्फ़ अपने कान पकड़े थे, उट्ठक-बैठक नहीं लगाई थी.<br />रही बाग़ी शहज़ादे की कलम की बात, तो यह तो आप मित्रों का प्यार है कि आप उसे प्रतिभावान मानते हैं. <br /><br /> <br /><br />गोपेश मोहन जैसवालhttps://www.blogger.com/profile/02834185614715316752noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-1428557463875764342021-07-10T05:55:32.418+05:302021-07-10T05:55:32.418+05:30अनारकली अगला चुनाव जीतेगी और शहज़ादा सलीम उसके मिनि...अनारकली अगला चुनाव जीतेगी और शहज़ादा सलीम उसके मिनिस्टर बनने के बाद उसके चमचाए-ख़ास होंगे. गोपेश मोहन जैसवालhttps://www.blogger.com/profile/02834185614715316752noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-72218589197937386462021-07-10T00:26:49.807+05:302021-07-10T00:26:49.807+05:30अहा, आनंदम परमानंदम का अहसास हो गया,मैने भी अपने घ...अहा, आनंदम परमानंदम का अहसास हो गया,मैने भी अपने घर में बड़े भैया लोगों को सलीम बनते देखा है,स्नानघर से दर्द भरे नगमें की आवाज सुनी है,मजा आ गया पढ़कर सर,बहुत आभार आपका ये गंभीर और हास्य का मिश्रण बड़ा ही रोचक लगा।आपको मेरा सादर अभिवादन 🙏जिज्ञासा सिंह https://www.blogger.com/profile/06905951423948544597noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-37740645060769029902021-07-09T23:20:10.914+05:302021-07-09T23:20:10.914+05:30😀😀😀👌👌👌👌 लाज़वाब संस्मरण आदरनीय गोपेश जी। शह...😀😀😀👌👌👌👌 लाज़वाब संस्मरण आदरनीय गोपेश जी। शहजादे सलीम की नकल करते हुए ये घर आंगन में ही मुगले आज़म की पटकथा क्या पूरी फ़िल्म ही तैयार हो गई। और आम घरों में जोधाबाई तो जिल्लेइलाही की अनुगामिनी ही होती हैं। उनसे फिल्मी जोधाबाई सरीखे व्यवहार की आशा करना। व्यर्थ है। और आखिरी सीन में बागी शहजादे की उठक बैठक मज़ेदार रही। भारतीय समाज में ऐसे शहज़ादे रोज़ बनते बिगड़ते हैं 😀😀<br />बहुत ही शानदार व्यंग्य। पढ़कर बहुत अच्छा लगा। उस बागीपन के दमन की बदौलत साहित्य जगत को एक उत्तम विद्वान मिल गपाया, नहीं तो ना जाने कहां ये असीम प्रतिभा भटक जाती।रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-58690905780380239112021-07-09T23:00:45.449+05:302021-07-09T23:00:45.449+05:30चुनाव आ रहे हैं अबकी बार अनारकली के खिलाफ़ दांव आजम...चुनाव आ रहे हैं अबकी बार अनारकली के खिलाफ़ दांव आजमयेगा। :) <br /><br />बहुत खूब। सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-70717508908683785382021-07-09T14:23:44.905+05:302021-07-09T14:23:44.905+05:30'माटी' (चर्चा अंक - 4121) में मेरे संस्मरण...'माटी' (चर्चा अंक - 4121) में मेरे संस्मरण को सम्मिलित करने के लिए धन्यवाद अनीता. गोपेश मोहन जैसवालhttps://www.blogger.com/profile/02834185614715316752noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-41766200744299775022021-07-09T13:59:21.806+05:302021-07-09T13:59:21.806+05:30जी नमस्ते ,
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल...जी नमस्ते ,<br />आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (०९-०७-२०२१) को <a href="https://charchamanch.blogspot.com/" rel="nofollow"><br />'माटी'(चर्चा अंक-४१२१)</a> पर भी होगी।<br />आप भी सादर आमंत्रित है। <br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-42707414783268979372021-07-09T12:08:05.575+05:302021-07-09T12:08:05.575+05:30धन्यवाद मीना जी !
वैसे क्या हर बड़े होते हुए बच्चे...धन्यवाद मीना जी ! <br />वैसे क्या हर बड़े होते हुए बच्चे के नसीब में अपने पिता से एक करारा झापड़ मिलना ज़रूरी होता है. गोपेश मोहन जैसवालhttps://www.blogger.com/profile/02834185614715316752noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8575841685823174322.post-80971855504847075492021-07-09T11:58:15.703+05:302021-07-09T11:58:15.703+05:30आपकी कहानी हर बड़े होते बच्चे की कहानी सर ! कहानी य...आपकी कहानी हर बड़े होते बच्चे की कहानी सर ! कहानी यथार्थ के धरातल पर सटीक बैठती है ।Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.com