भविष्यवाणी
नया साल हम सबको फिर मायूस करेगा,
कल का भूखा-नंगा, बेशक, आज मरेगा. ..
पत्थरबाज़ों से कश्मीर, हुआ है ज़ख़्मी,
यू. पी. पी. का हर जवान भी, डरा करेगा.
फिर चुनाव में बेशर्मी का, नंगा नर्तन,
तलवारें क्या, टकराएंगे, घर के बर्तन.
धर्म और मज़हब की कुश्ती, बंद न होगी,
खवातीन की अस्मत बिकना, बंद न होगी.
कहीं घुटाले, कहीं रिश्वतें, कहीं कमीशन,
माल सहित उड़ जाने की, पाओ परमीशन.
चौकीदार भले बदले, किस्मत ना बदले,
उजला पोतो, कालिख अपना, रंग न बदले.
नया साल आएगा, फिर धोखा खाएंगे,
लेकिन स्वागत गीत, आदतन, फिर गाएंगे.
कल का भूखा-नंगा, बेशक, आज मरेगा. ..
पत्थरबाज़ों से कश्मीर, हुआ है ज़ख़्मी,
यू. पी. पी. का हर जवान भी, डरा करेगा.
फिर चुनाव में बेशर्मी का, नंगा नर्तन,
तलवारें क्या, टकराएंगे, घर के बर्तन.
धर्म और मज़हब की कुश्ती, बंद न होगी,
खवातीन की अस्मत बिकना, बंद न होगी.
कहीं घुटाले, कहीं रिश्वतें, कहीं कमीशन,
माल सहित उड़ जाने की, पाओ परमीशन.
चौकीदार भले बदले, किस्मत ना बदले,
उजला पोतो, कालिख अपना, रंग न बदले.
नया साल आएगा, फिर धोखा खाएंगे,
लेकिन स्वागत गीत, आदतन, फिर गाएंगे.
फिर भी
जवाब देंहटाएंमंगलकामनाएं आपके लिये सपरिवार खुश रहें।
भगवान करे कि नेताओं के अलावा सभी लोगों के लिए मेरी भविष्यवाणी गलत सिद्ध हो. नव-वर्ष की तुमको हार्दिक बधाई !
हटाएंमंगल प्रभात...
जवाब देंहटाएंबनता तो है
आफ्टरआल..
शुभकामनाएँ
सादर
धन्यवाद यशोदा जी. आपको नव-वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ !
हटाएंभगवान चाहेंगे तो मेरी भविष्यवाणी दुष्ट-जन पर ही लागू होगी.
घनघोर निराशा के इस युग में
जवाब देंहटाएंहम आशाओं पर जीते हैं,
रखते हैं चाह अमरता की
और घूँट गरल के पीते हैं !!!
कागा के कर्कश बोलों को
मान रहे कोयल की बोली,
सीते हैं सपनों के धागों से
हम यथार्थ की फाटी झोली !!!
अपनी एक कविता की इन पंक्तियों के साथ,उम्मीद करती हूँ कि 2019 शुभ हो, मंगलमय हो और हमें सकारात्मक सोचने पर मजबूर कर दे। आदरसहित, बहुत सारी मंगलकामनाएँ।
वाह मीनाजी ! क्या काव्यात्मक और कितनी सकारात्मक सोच है आपकी !
हटाएंआप जैसों के बल पर ही उम्मीद की दुनिया क़ायम है वरना हम जैसे संशयवादी और निराशावादी तो उसे ले डूबे थे.
नव-वर्ष की दिल से हार्दिक शुभकामनाएँ !
अंत ही आरंभ है,तम के बाद उजाला है,निराशा जितनी भी गहरी हो जीवन का नाम ही आशा है।
जवाब देंहटाएंगंभीर वैचारिकी उद्घोष..👌
नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ सर..सदा स्वस्थ रहें क़लम के ओज से जनमन के हृदय में परिवर्तन के बीज बोते रहे।
श्वेता ! सपरिवार खुश रहो ! आबाद रहो ! सृजनात्मक लेखन से हम सबको आनंदित करती रहो और मेरी भविष्यवाणी को गलत सिद्ध करने का सतत प्रयास करती रहो !
हटाएंयथार्थ की अभिव्यक्ति ,सशक्त सृजन आदरणीय
जवाब देंहटाएंनववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏🙏
धन्यवाद अभिलाषा जी. नए साल की खुशी में मिठाई का आधिक्य हो जाता है और इन्सान कल्पना लोक में विचरण करने लगता है इसलिए कभी-कभी उसे हक़ीक़त की धरती पर उतारने के लिए सच का कड़वा घूँट पिलाना पड़ता है.
हटाएंईश्वर से प्रार्थना हैकि यह साल आपके लिए नई-नई खुशियों की सौगात लेकर आए.
सृजन और चिन्तन में आपका कोई सानी नही । आपको सपरिवार नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँँ🙏🙏
जवाब देंहटाएंनव-वर्ष की शुभकामनाओं के लिए और मेरी गुस्ताखी को सराहने के लिए धन्यवाद मीना जी.
हटाएंईश्वर से प्रार्थना है कि आप के लिए तथा आप के समस्त परिवार के लिए यह वर्ष और आने वाले सभी वर्ष मंगलमय हों, आनंदमय हों !
आदरणीय गोपेश जी -- भले नया साल मायूस करे पर आज मौक़ा भी है दस्तूर भी -- नववर्ष की हार्दिक शुभकामनायें स्वीकार करें | सपरिवार खुश और खुशहाल रहें - ये कामना है |सादर --
जवाब देंहटाएंधन्यवाद रेनू जी. आप सबको नूतन-वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ !
हटाएंभगवान से प्रार्थना है कि नया साल सिर्फ चोर-लुटेरों और सियासती बटमारों को ही मायूस करे. ईमानदारी से ज़िन्दगी गुज़ारने वाले, धर्म-मज़हब के नाम पर कभी भी किसी का खून न बहाने वालों के लिए खुशियाँ ही खुशियाँ हों और हम-आप जैसे कलम के सिपाही खुलकर अपनी बात कह सकें, यही कामना है.