तिरछी नज़र
मंगलवार, 13 फ़रवरी 2024
नाम में बहुत कुछ रक्खा है
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नाम में बहुत कुछ रक्खा है – हमारे पिताजी का नाम – ‘अम्बिका प्रसाद’ है और माँ का नाम – ‘चन्द्र कला’ है. पिताजी और माँ के नाम में शायद ही कि...
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रविवार, 3 सितंबर 2023
विश्वगुरु भारत
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अन्धविश्वास हमारे जीवन में कुछ इस तरह रचा-बसा है कि हम उसके बिना जीने की कल्पना भी नहीं कर सकते. अपनी आधुनिकता और अपनी प्रगतिशीलता का ढोल ...
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रविवार, 27 अगस्त 2023
हम देखेंगे
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फैज़ अहमद फैज़ की अमर रचना – हम देखेंगे लाज़िम है कि हम भी देखेंगे वो दिन कि जिस का वादा है जो लौह-ए-अज़ल में लिख्खा है जब ज़ुल्म-ओ-सितम के क...
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मंगलवार, 22 अगस्त 2023
ये है ग्रेटर नॉएडा मेरी जान
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फ़िल्म ‘सीआईडी’ का मशहूर गाना – ‘ज़रा हट के, ज़रा बच के, ये है बॉम्बे मेरी जान –‘ दरअसल हमारे ग्रेटर नॉएडा के शरीफ़ वाहन-चालकों के लिए और निरी...
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मंगलवार, 11 जुलाई 2023
ये मीना कुमारियाँ
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हमारे एक खानदानी भाई साहब बड़े रंगीले हुआ करते थे. किशोरावस्था में और जवानी के दिनों में रंगीले भाई साहब का यह मजनूँपना उनके लिए कई बार घ...
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