विवाह के अवसर पर पुराने ज़माने का निमंत्रण पत्र -
भेज रहा हूँ नेह निमंत्रण, प्रियवर तुम्हें बुलाने को,
तुम मानस के राजहंस हो, भूल न जाना आने को.
समाचार : दिल्ली में शादी में मेहमानों की अधिकतम संख्या पचास तक सीमित!
नया निमंत्रण पत्र -
भेज रहा हूँ नेह निमंत्रण, प्रियवर तुम्हें बुलाने को,
तुम इक्यावन नंबर पर हो, भूल ही जाना आने को.
बहुत खूब।
जवाब देंहटाएंबहुत ख़ूब के लिए धन्यवाद मित्र !
हटाएंबहुत बढ़िया आज के हसलात के हिसाब से सटीक निमंत्रण पत्र।
जवाब देंहटाएंज्योति, पुराने स्नेह निमंत्रण पत्र का मैंने पहले भी संशोधन किया था -
जवाब देंहटाएंभेज रहा हूँ नेह निमंत्रण प्रियवर तुम्हें बुलाने को
दो हज़ार प्रति प्लेट रेट है भूल ही जाना आने को