शुक्रवार, 22 अप्रैल 2016

गुनाहे-अज़ीम

गुनाहे-अज़ीम
‘क्या यह खबर सच है कि रबर स्टाम्प बनाने वाला कमरुद्दीन गिरफ़्तार कर लिया गया है?’
‘हां, यह खबर सच है.’
‘पर उस बेचारे का क़ुसूर क्या था?’
‘उसने अपनी दुकान पर यह साइन बोर्ड लगा रक्खा था – यहाँ दस मिनट में रबर स्टाम्प तैयार किए जाते हैं.’
‘ऐसा साइन बोर्ड लगाना भी कोई गुनाह हो गया?’
‘ये मामूली गुनाह नहीं बल्कि गुनाहे-अज़ीम था.’
‘वो कैसे जनाब?’
‘कमबख्त ने इस इबारत के ऊपर, राज्यपालों, राष्ट्रपतियों और हमारे मौनी बाबा की फ़ोटो लगा रक्खी थी,’          

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