1.भाषण हुआ
तालियां भाड़े वाली
बजती रहीं
2.घोटाला हुआ
ख़र्चा करना पड़ा
निर्दोष छूटा
3. वादा सच्चा था
निभाना भूल गया
फिर भी जीता
4.चुनाव हुआ
थोथे-थोथे ही गहे
सार उड़ाए
5.सियासत में
झूठ की भरमार
सच की हार
6.बंदर बनो
न कुछ देखो-सुनो
और न बोलो
सराहनीय,सामयिक हाइकु:
जवाब देंहटाएंवाह बढ़िया
यहां कौन समझे
आपकी बात 😀
जिज्ञासा पढ़े
हटाएंसमझे बूझे जाने
यही चाहिए
सियासत के
जवाब देंहटाएंदाँव पेंच हैं सारे
क्या करे कोई ?
बेहतरीन हाइकु
कुर्सी-विराजे
हटाएंचैनो-अमन लूटें
हैप्पी इंडिया
एक सुझाव ....
जवाब देंहटाएंहर हाइकु के बीच थोड़ी जगह छोड़ें .....पढ़ने में स्पष्टता आएगी .
संगीता जी, मैंने पोस्ट करते समय स्पेस छोड़ा था पर उसमें एकाद लाइन गायब हो गयी थी.
हटाएंबहुत सुंदर।
जवाब देंहटाएंप्रशंसा के लिए धन्यवाद नितीश तिवारी जी.
हटाएंवाह
जवाब देंहटाएंनेताओं की खिंचाई करने पर 'वाह'?
हटाएंतुम्हारा कुलपति बनने का चांस गया.
हा हा
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