प्रश्नोत्तर –
मैंने बड़े प्यार से अपनी श्रीमतीजी से पूछा –
‘ये बताओ, मेरे हर प्रस्ताव पर तुम्हारी प्रतिक्रिया
‘नहीं’, ‘लेकिन’ या ‘क्या बच्चों जैसी बात करते हैं?’ से ही क्यूँ शुरू होती है?’
श्रीमतीजी ने बड़े दुलार से उत्तर दिया –
‘वैसे ही जैसे मेरी हर फरमाइश पर आपका जवाब ‘अभी नहीं’,
‘अगले साल देखेंगे’, इनकम डिटेल्स या संतोष-धन की महत्ता पर प्रवचन से शुरू होता
है.’
प्यार से पूछा बताना जरूरी था क्या ? :P
जवाब देंहटाएंखतरनाक सवाल हमेशा प्यार भरे अंदाज़ में ही पूछे जाने चाहिए.
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