सोमवार, 23 नवंबर 2020

तब और अब

 विवाह के अवसर पर पुराने ज़माने का निमंत्रण पत्र -

भेज रहा हूँ नेह निमंत्रण, प्रियवर तुम्हें बुलाने को,
तुम मानस के राजहंस हो, भूल न जाना आने को.

समाचार : दिल्ली में शादी में मेहमानों की अधिकतम संख्या पचास तक सीमित!
नया निमंत्रण पत्र -

भेज रहा हूँ नेह निमंत्रण, प्रियवर तुम्हें बुलाने को,
तुम इक्यावन नंबर पर हो, भूल ही जाना आने को.

4 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत बढ़िया आज के हसलात के हिसाब से सटीक निमंत्रण पत्र।

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  2. ज्योति, पुराने स्नेह निमंत्रण पत्र का मैंने पहले भी संशोधन किया था -

    भेज रहा हूँ नेह निमंत्रण प्रियवर तुम्हें बुलाने को

    दो हज़ार प्रति प्लेट रेट है भूल ही जाना आने को

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