गुरुवार, 30 दिसंबर 2021

नाम में क्या रखा है

 

कौम के गम में डिनर खाते हैं हुक्काम के साथ
रंज लीडर को बहुत हैं मगर आराम के साथ
अकबर इलाहाबादी
उत्तर प्रदेश उच्च शिक्षा आयोग की वेब साइट पर अकबर इलाहाबादी का नाम बदल कर अकबर प्रयागराजी हुआ -
राष्ट्र के हित में बदल जाता है शायर का नाम
उसकी पहचान का हो जाए भले काम तमाम

8 टिप्‍पणियां:

  1. यही वचन कहकर जीना..मरना नहीं,
    हर करम सहते रहेंगे ऐ वतन तेरे लिए...👏👏

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  2. जी नमस्ते ,
    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार(३१-१२ -२०२१) को
    'मत कहो अंतिम महीना'( चर्चा अंक-४२९५)
    पर भी होगी।
    आप भी सादर आमंत्रित है।
    सादर

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    1. 'मत कहो अंतिम महीना' (चर्चा अंक - 4295) में मेरी व्यंग्य रचना को सम्मिलित करने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद अनीता.

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  3. सही बात! नाम में क्या रखा है!!! 🙏

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    1. दोस्त, इस पाखण्ड पर कोई काव्यात्मक टिप्पणी करो.

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  4. मेरी बात से सहमत होने के लिए धन्यवाद ओंकार जी.

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