रविवार, 4 फ़रवरी 2018

नया बजट

नया बजट -
25 साल पहले श्री मनमोहन सिंह के बजट पर मेरी टिप्पणी थी -
'भिक्षाटन उद्योग बनेगा, सबको रोज़ी दिलवाएगा,
नए बजट में हर बन्दे को, एक कटोरा मिल जाएगा.' 


लेकिन अब जेटली जी ने तो वो कटोरा भी हमसे छीन लिया है .

भला हो मोदी जी का, जो हर बेरोज़गार नौजवान को पकौड़े तलने के लिए एक-एक कढ़ाही देने वाले हैं.

'नौजवानों की हो गयी चांदी,
क्यों खपायें वो सर, पढ़ाई में,
धन की बारिश हुई, पकौड़े तल,
उँगलियाँ घी में, सर कढ़ाई में.'

मोमिन के अंदाज़ में एक बूढ़े पकौड़ी वाले के दिली जज़्बात -
उम्र सारी तो कटी अपनी, पकौड़े तलकर,
आख़िरी वक़्त में, मशहूर हुए, दुनिया में.

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